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CPCT - COMTECH MORENA *(By - Lalit)*
created Sep 18th 2017, 17:21 by LakshyaRaj
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अध्यक्ष महोदय, मैं देश की जनता के सामने अपना एक संदेह रखना चाहता हूँ। राष्ट्रीोय परिषद् की बैठक क्योंस बुलाई गई थी, क्योंर कहा गया था सहयोग का प्रस्ताोव पास करो। क्या हम लोग कोई बच्चेअ थे? क्याय हमारे मन मं यह लालसा थी कि किसी प्रधानमंत्री के दरवाजे पर हमारे सहयोग की भीख स्वी कार कर ली जाये। प्रधानमंत्री की मैं इज्ज त करता हूँ लेकिन उनकी एकाग्र दृष्टि के ऊपर मुझे तरस आता है इसलिए बार-बार मैंने कहा कि इस लड़ाई में हम सब साथ हैं क्योंहकि यह लड़ाई किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है। यह लड़ाई है देश की मर्यादा की प्रतिष्ठाब को बचाने की लड़ाई, इस देश को बचाने की जिम्मे दारी, आज करोड़ों दिल टुट हैं और इस दिल को आप नहीं जोड़ सकते। आप अपने भाषणों से उसको फिर से जागृत नहीं कर सकते। उस समय हमारा बड़ा उपहास हुआ था, बडी कटु आलोचना हुई थी। इतिहास इसका गवाह है क्याआ हो रहा है आज पंजाब में, क्यात उसको आपने सेना के बल पर दबा दिया। 15 करोड़ मुसलमान जो भारत में हैं ये सब अरब से नहीं आए। हमारे ही घर के लोग हैं क्याा इन को दबा लोगे, इनको अरब सागर में ले जाकर डुबा दोगे। कोई नही जाता है पंजाब और कश्मीहर में चुनौती को स्वीाकार करने के लिए चुनौती देने के लिए जाते हैं अयोध्यां में, राम की भूमि में जहॉ हर किसी को मानवता का, प्रेम का संदेश सुनाया गया। मैं अटल जी से निवेदन करूँगा कि आज भी छोटे दायरे को तोड़ें। जो पश्चा ताप उनके दिल में उस दिन था जब उन्होंभने इंडिया एब्रोड को बयान दिया था क्याक आडवाणी की गिरफ्तारी से सब कुछ बदल गया, क्याद परिस्थितियाँ, वास्तीविकताएँ बिल्कुलल टूट गयीं क्याि आपकी मर्यादायें उस दिन बिखर गई। प्रदेश को बनाना होगा, कई गिरफ्तारियाँ होती है, कई बार लोगों के साथ ज्यादतियॉ होती हैं।
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