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टाईपिंग वर्ल्‍ड सटई रोड (मध्‍य प्रदेश की एक मात्र फुली आनलाईन टाईपिंग क्‍लास) छतरपुर म.प्र

created May 21st 2018, 01:14 by Amit Kumar sahu ( TY


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    मुझे पूरा विश्‍वास है कि माननीय सदस्‍य ने सदन मेरे प्रस्‍ताव को सर्वसम्‍मति से पारित करेगा। मुझे आाशा ही नहीं पूर्ण विश्‍वास है कि माननीय सदस्‍य अपने दल की रा‍जनीति  से ऊपर उठकर खुले दिल और दिमाग से इस प्रस्‍ताव पर चलने वाली बहस में भाग लेगें। मैं इसी विश्‍वास के साथ अपने विचार सदन में रखने जा रहा हूँ। भारत का इतिहास पूरी दुनियां के लोगों से छिपा नहीं है। भारत की भूमि से मानवता का संदेश, आदि बहुत सी चीजों दुनियां में फैल रहीं हैं। एक समय था कि जब हमारी सभ्यता और हमारी शिक्षा की बातें पूरे संसार में हुआ करती थीं। हमारे देश में वेद लिखे गए जिसने संसार को मानवता का संदेश दिया और कहा कि पूरे संसार को एक परिवार मानकर चलों। अभी हमारे माननीय सदस्‍य ने बताया की और हमने देखा है कि सदन के भवन में भी यह बातें लिखी हुई हैं। मैं यह अभिमान तो नहीं करता कि विद्वान केवल भारत में ही हुए। लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में हम संसार के गुरू रहे हैं। हमने ही चार अच्‍छी परम्‍परा संसार को दी। यदि इसी को मान लिया जाए तो पूरे संसार की जनसंख्‍या की समस्‍या  हल हो जाती है लेकिन दुर्भाग्य से वह भारतवर्ष जिसकी शिक्षा ने पूरे संसार को प्रभावित किया वही जाति की बुराई का शिकार हो गया। हो सकता है कि किसी समय इसकी अवश्‍यकता रहीं हो। मैं उस विषय पर आज कुछ नहीं कहना चाहता हूँ लेकिन निश्चित रूपव से जिस समय हमने  यह निश्चिय कर दिया कि हरिजन भाइयों को शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार न‍हीं है। वेद पढ़ने का अधिकार नहीं है। उसी समय से हमारा पतन होना शुरु हो जएगा।
!धन्‍यवाद!

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