Text Practice Mode
यू पी पुलिस गौरव चैलेंज 3 63937035
created Feb 21st 2019, 15:06 by GauravVerma1288301
1
447 words
8 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
00:00
मंत्रयों के इस सम्मेलन में आप सबका स्वागत करते हुए मेझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है । यह सम्मेनल आज ठीक दो वर्ष बाद हो रहा है । तब से वानिकी के क्षेत्र में अनेक विकास हुए हैं और यदि हमें नई चुनौतियो और अतिरिक्त जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक सामना करना है तो इस पर वस्तृत चरच् और पूर्ण सर्वसम्मति होनी चाहिए य़ मुझे विश्वास है कि अगले दो दिनों में होने वाले विचार विमर्श के पिरणाामस्बरूप हम विषयों को बेहतर ढंग से समज सकेंगे और अनुभवों के आगन प्रदान से समस्याओं का हर संभव समाधान खोज पाएगे। जहाँ कत वानिकी का संबंध है पिछले दो वर्षों में इस क्षेत्र में कई कार्य हुए हैं । वनों के विकास और संक्षण की ओर समजे विश्व का ध्यान आकर्षित जोकि पले कभी नहीं हुआ य़ यह प्रर्यवरणीय विषयों को अधिक मह्तव को बताता है । यह बात उस समय एकदम स्पष्ठ हो गई जब रियो में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण एवं विकास सम्मेलन में वानिकी सिदेधातों यह उस पूर नाम दें तो , सभी फ्रकारमहत्पूरपणक् क्षेज्ञ में पॉर्मिक कार्यक्रमों की नींव तडाली । संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण एवं विकास सम्मेलन में ऐजेंढा 21 को भी अपनाया गया जिसमेंे अन्य बातों के साथ साथ वानिकी में वन विशिष्ट कार्क्रमों से भी तादात्म्य स्थआपित किया गया । संयुक्त राष्ठ3 परायवरण एवं विकास सम्मेलन के लिए एक युकांतरकारी घटना है । इसका भी सबसे अत्था ङक्ष हथियार वानिकी है । रियो वन सिद्धांतों ने विकसित और विकासशील देशों में भी व विभिन्न प्रकार के वनों के प्रवंधघन विकासशील देशों में भी भ विभन्न प्रकार के वनों के प्रभधन के ले मानक निर्धारित किए हैं । इन सिद्धांतों को सुस्पष्ट सक्रिय कार्क्रमों के माध्यम से क्रियन्ित करना एक बड़ी चुनौती है। भार की वन नीतियाँ हैं। भार की वन िन नितियाँ और कार्क्रम वानिकी सद्धांतो से पहले के बने हुए हैं। विधशों में हमारे सुधारों का सर्वत्र स्ावगत हो रहा था और उसलके परिणआम भी मिलने शुरू हो गए थे । देश में हमारी आर्थिक आधारिक संरचना या इंफ्रास्ट्रक्चर में तेज गति से पूँजी लगनीू सुरू हो गई जो गति पिचले कई वरषों की गति से दु गनी अधिक थी। ऐसे समय से इस बहस ने जो मड़ लिय वह पदभार संभाल की विचार विमर्श के अंत में पर् हम सब इस पर सहमत थे कि और कोई विक्लप नही तो भय भीत भी नहीं हूँ। एक चीज होती है राजनीतिक अधीरता जो शायद हमारी विचार श्कित का एक अंग बन चुकी है । इसलिए मेरी पूरी कोशिशों के बावजूद यह अधीरता बेहद बढा गई और हम आदज यह दृश्य देख रहे हैं. यह कहना ठीक नहीं कि अन्य पार्टियों की राय का हमारे ऊपर की प्रभान वही नहीं है स्वीकर करना चूहागूा । जब
saving score / loading statistics ...