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created Dec 11th 2019, 11:23 by DeendayalVishwakarma
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क्रिसमस डे पूरी दुनिया में धूमधाम से हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्योंकि ईसा मसीह का जन्म इसी शुभ तिथि में हुआ था। क्रिसमस ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। आज कल हिन्दू में भी क्रिसमस को लेकर बहुत उत्साह रहता है। भारत वर्ष में भी क्रिसमस की बहुत प्रमुखता बढ़ती जा रही है। ईसा मसीह ऊंच-नीच के भेदभाव को नहीं मानते थे। उन्होेंने दुनिया के लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया था। क्रिसमस इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि कुछ दिन बाद न्यू ईयर भी आ जाता है। हम बोल सकते हैं कि दिसंबर महीने के आखिरी दस दिन उत्साह से भरे होते हैं।
बच्चे क्रिसमस का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस दिन बच्चों को संताक्लॉज के आने का इंतजार रहता है। क्रिसमस ईसाईयों का सबसे बड़ा त्योहार है जिसे ठंड के मौसम में मनाया जाता है। इस दिन सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज, ऑफिस बंद होते हैं। क्रिसमस त्योहार को लोग बहुत उत्साह और ढ़ेर सारी तैयारियां तथा सजावट के साथ मनाते हैं। ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस से कुछ दिन पहले ही अपने घरों को लाइटें व स्टार लगाकर सजा देते हैं। क्रिसमस की रोनक बाजारों में भी देखने को मिलती है। बाजारों में क्रिसमस ट्री, केक, सेंटाक्लॉज के लाल और सफेद रंग के कपड़े, गिफ्ट, आदि समान बिकने लगते हैं। क्रिसमस डे पच्चीस दिसंबर के दिन लोग चर्च जाते हैं और कैंडल जलाकर और प्रेयर करके ईसा मसीह को याद करते हैं। क्रिसमस डे के दिन लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं और एक-दूसरे को केक खिलाकर त्योहार की बधाई देते हैं।
सांताक्लॉज की ड्रेस में व्यक्ति बच्चों को टॉफियां और गिफ्ट देकर जाता है। पूरी दुनिया में क्रिसमस आनंद और खुशियों का त्योहार है। यह लोगों को आपस में जोड़ता है। क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है और ईसा मसीह द्वारा सिखाये गये क्षमा, भाईचारा और त्याग जैसी बातों का बोध कराता है।
बच्चे क्रिसमस का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस दिन बच्चों को संताक्लॉज के आने का इंतजार रहता है। क्रिसमस ईसाईयों का सबसे बड़ा त्योहार है जिसे ठंड के मौसम में मनाया जाता है। इस दिन सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज, ऑफिस बंद होते हैं। क्रिसमस त्योहार को लोग बहुत उत्साह और ढ़ेर सारी तैयारियां तथा सजावट के साथ मनाते हैं। ईसाई धर्म के लोग क्रिसमस से कुछ दिन पहले ही अपने घरों को लाइटें व स्टार लगाकर सजा देते हैं। क्रिसमस की रोनक बाजारों में भी देखने को मिलती है। बाजारों में क्रिसमस ट्री, केक, सेंटाक्लॉज के लाल और सफेद रंग के कपड़े, गिफ्ट, आदि समान बिकने लगते हैं। क्रिसमस डे पच्चीस दिसंबर के दिन लोग चर्च जाते हैं और कैंडल जलाकर और प्रेयर करके ईसा मसीह को याद करते हैं। क्रिसमस डे के दिन लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं और एक-दूसरे को केक खिलाकर त्योहार की बधाई देते हैं।
सांताक्लॉज की ड्रेस में व्यक्ति बच्चों को टॉफियां और गिफ्ट देकर जाता है। पूरी दुनिया में क्रिसमस आनंद और खुशियों का त्योहार है। यह लोगों को आपस में जोड़ता है। क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है और ईसा मसीह द्वारा सिखाये गये क्षमा, भाईचारा और त्याग जैसी बातों का बोध कराता है।
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