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सॉंई टायपिंग इंस्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा म0प्र0 सीपीसीटी न्‍यू बैच प्रारंभ संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नं. 9098909565

created Jan 28th 2020, 07:08 by Saityping


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पैदल चलना हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत लाभदायक है। पैदल चलने से हमारे तन वह मन को सुरक्षा मिलती है। सुबह-शाम नियमित सैर करने से हमारा शरीर सक्रिय रहता है। शरीर के स्‍वास्‍थ सक्रिय रहने से हमारा मन भी अच्‍छा रहता है। मन अच्‍छा रहने से शरीर तथा स्‍वच्‍छ मन से बढ़कर सौभाग्‍य और क्‍या हो सकता है। इसलिए स्‍वास्‍थय विशेषज्ञ शरीर के लंबे समय तक स्‍वस्‍थ रहने के लिए नियमित रूप से पैदल चलने की सलाह देते है और प्रात: कालीन पैदल चलना तो शरीर मन के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता।  
      शोधकर्त्‍ताओं की दृष्टि में पैदल चलने के चलन का कम होना दुर्भाग्‍यपूर्ण है क्‍योंकि अब लोग पैदल चलने को कम होना दुर्भाग्‍यपूर्ण है। क्‍योंकि अब लोग पैदल चलने को छोटा काम समझते है और बाइक, कार आद‍ि में घूमने में अपनी शान समझते है। कुछ अध्‍ययनों के अनुसार, प्रति सप्‍ताह 3 से 5 घंटे पैदल चलना कैंसर से पीडित लोगों में जीवन प्रत्‍याशा में 50 प्रतशित तक की वृद्धि करता है। वहीं प्रतिदिन 1 घंटे की सैर और 1500 कैलोरी का सेवन करने वाली महिलाएं इसके द्वारा अपना वजन नियंत्रित रख सकती है। इसी तरह 90 मिनट तक प्रति सप्‍ताह पैदल चलने वाले प्रोस्‍टेट कैंसर के मरीजों के जीवन-प्रत्‍याशा मे 50 प्रतिशत तक की वृद्धि होती देखी गई है। जो महिलाएं नियमित सैर करती है, उनमें कोलोन कैंसर की आशंका व्‍यायाम या सैर करने वाली महिलाओं की तुलना में 31 प्रतिशत तक कम हो जाती है। सुबह सैर करने के फायदे भी दोगुने होते है, इससे शरीर को कैल्सियम विटामिन का स्‍तर सुधारने में मदद मिलती है।  
 बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर की हड्डियां कमजोर होने लगती है, लेकिन नियमित रूप से पैदल चलने घूमने की आदत हमारी हड्डियों को मजबूत बन सकती है क्‍योंकि पैदल चलने का नियमित अभ्‍यास हमें अस्थि घनत्‍व के नुकसान से बचाता है, जिससे फ्रैक्‍चर चोट लगने से होने वाले मांसपेशियों में होने वाले दर्द से राहत पाने में भी पैदल चलना एक कारगर उपाय है। पैदल चलने से शरीर की कार्यप्रणाली दुरुस्‍त होती है और शरीर में गति‍शीलता आती है। इसके साथ-साथ पैदल चलने की आदत हमारी मांसपेशियों को भी मजबूत बनाती है।  
            प्रात: कालीन घूमने चलने की आदत व्‍यक्ति के बुद्धिस्‍तर में भी वृद्धि कर सकती है। घूमने की प्रक्रिया ऑक्‍सीजन और ग्‍लूकाज की आवश्‍यक मात्रा को मस्तिष्‍क की आपूर्ति करने में मदद करती है। जिससे दिमाग को बेहतर कार्य करने में मदद मिलती है। यह एलडीएल कोलेस्‍ट्राॅल के स्‍तर को भी कम करता है, जो धमनियों को रोकता है और इस प्रकार यह  स्‍ट्रोक के जोखिम को भी कम करता है। इस तरह से पैदल चलना रक्‍त-परिसंचण और मस्तिष्‍क की कोशिकीय कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करता है।  
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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