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सॉंई टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0 सीपीसीटी न्यू बैच प्रारंभ संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नं. 9098909565
created Oct 20th 2020, 11:14 by Sai computer typing
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एक बार एक धनी व्यापारी व्यापार के उद्देश्य से पानी के जहाज द्वारा अपने शहर से दूसरे शहर जा रहा था। वह अपने साथ कीमती रत्न एवं सोने के सिक्कों से भरा एक संदूक भी ले जा रहा था। रास्ते में तुफान आ गया। जहाज इधर-उधर हिलोरें लेने लगा। कुछ घंटों के बाद तुफान तो थम गया, लेकिन जहाज की तली में एक छेद हो गया। अब जहाज में पानी भरने लगा। यह देखकर कुछ लोग जहाज में ही डूब गए और कुछ सौभाग्यशाली तैरकर किनारे पहुंच गए। यह देखकर व्यापारी ने प्रार्थना करनी शुरू की, हे भगवान! कृपा करके मेरा जीवन बचा लो।
एक व्यक्ति व्यापारी के पास गया और बोला कूदो और तैरकर समुद्र के किनारे पहुंचो। भगवान उसकी मदद करता है जो अपनी मदद स्वयंं करते हैं। लेकिन व्यापारी ने उसकी एक न सुनी। वह जहाज मेंं ही रहा। थोड़ी देर में जहाज डूब गया और वह व्यापारी भी जहाज के साथ डूबकर अकाल मृत्यु का ग्रास बना।
एक व्यक्ति व्यापारी के पास गया और बोला कूदो और तैरकर समुद्र के किनारे पहुंचो। भगवान उसकी मदद करता है जो अपनी मदद स्वयंं करते हैं। लेकिन व्यापारी ने उसकी एक न सुनी। वह जहाज मेंं ही रहा। थोड़ी देर में जहाज डूब गया और वह व्यापारी भी जहाज के साथ डूबकर अकाल मृत्यु का ग्रास बना।
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