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बंसोड टायपिंग इन्स्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0
created Nov 28th 2020, 12:22 by bansodtyping
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राजू एक नवी कक्षा का छात्र है और अपने घर के पास ही एक सरकारी स्कूल में पढ़ता है। राजू बचपन से ही पढ़ने बहुत होशियार विद्यार्थी है। लेकिन उसके दिमाग की सारी अच्छाइयां उसके गणित के अध्यापक के सामने खत्म हो जाती हैं। वह लगातार अपने गणित के अध्यापक के हाथों डांट खाता रहता है और कक्षा से बाहर किया जाता रहता है। राजू इस बात से बहुत ही दुखी था। क्योंकि अपनी तरफ से तो वह सभी सवालों का सही जवाब देता है। लेकिन ना जाने क्यों गुरुजी लगातार उसे डांटते रहते है और कक्षा से बाहर निकालते रहते हैं। गाजियाबाद के सरकारी स्कूल मैं पढ़ रहा राजू बड़ी ही मेहनत से अपनी पढ़ाई कर रहा था। क्योंकि उसे पता था कि वह अपने गरीब मां-बाप का भविष्य पढ़कर ही सुधार सकता है। 2 अक्टूबर आने वाली थी यानी कि हमारे प्यारे बापू जी का जन्म जिस दिन हुआ था। आज रात राजू कुछ ज्यादा ही परेशान था। रात को परेशान होते-होते राजू ने महात्मा गांधी जी की तस्वीर, जो कि उसके घर की दीवार पर टंगी हुई थी। उसने बापू के हाथ जोड़े और प्रार्थना की, बापू मुझे अपने गणित के अध्यापक की डाट खाने से बचा लो। उसके बाद वो सो गया। राजू को अभी नींद नही आयी थी कि उसने देखा, अचानक तस्वीर से निकलकर बापू, राजू के सामने खड़े हो गए। उन्होंने राजू की समस्या का बड़े ही ध्यान से सुना और राजू से पूछा कि आखिर क्या वजह है, वह अध्यापक उसी को इतना डांटते है। राजू ने बताया कि वह सारे सवालों का सही जवाब देता है। किंतु उसके गणित के अध्यापक सबके सामने उसका मजाक उड़ाकर कक्षा से निकाल देते है और सभी छात्र भी उसका मजाक उड़ाते है। सब बातों को सुनकर गांधी जी ने उसे एक उपाय बताया। बेटा राजू, तुम रोज अपने अध्यापक के पास जाओ और उन्हें हाथ जोड़कर नमस्ते करके, बिना उनसे डांट खाए, अपनी गणित की कॉपी उन्हें देकर खुद ही मुस्कुराते हुए कक्षा के बाहर आकर खड़े हो जाओ और उन्हें ये जरूर बता देना कि आप तो मुझे कुछ देर बाद निकाल ही दोगे। देखना इस बात से उनके ऊपर बहुत असर पड़ेगा और वह तुम्हें कक्षा के अंदर लेकर सही तरीके से पढ़ाने लगेंगे और तुम्हारी समस्या का समाधान हो जाएगा। राजू को उनका ये उपाय बहुत अच्छा लगा। अगले ही दिन वह कक्षा में पहुंचा और जैसे ही गणित के अध्यापक आए। उसने उनसे हाथ जोड़कर नमस्ते की और कहा सर थोड़ी देर में तो आप मुझे डांट कर कक्षा से निकालने वाले हैं। मैं खुद ही कक्षा से बाहर जाकर खड़ा हो जाता हूं और वह कक्षा से बाहर जाकर खड़ा हो गया।
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