Text Practice Mode
0
40 words
17 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
saving score / loading statistics ...
00:00
कह कस सर हर सिर शीश राह हीरा सारा होश शय शिकारी रोकिये सेहर रिहा काश काशी श्री भी थी कै ळि कोष स्याह थारू श्रीसर रस्सी स्याही कक्का हक्का भरिये किस्से भोरहे श्रेयस ज्ञासक कळेशी कळेश कळेह करभर
