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"पंचतन्त्र" की कहानियां…By_Sharik
created Oct 16th 2017, 01:01 by Ayush Verma
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				मित्रों, हममें से अधिकांश ने बचपन में ‘बाल-बुद्धि’ को सहज ही कुशाग्र बनाने वाली "पंचतन्त्र" की प्रेरक एवं मनोरंजक कहानियां अवश्य पढ़ी होंगी क्योंकि हिन्दी भाषा में लिखीं गईं इन कहानियों का हमारे देश की लगभग सभी भाषाओं में अनुवाद हो चुका है"इतना ही नहीं अंग्रेज़ी भाषा में अनुवादित होने के कारण ये कहानियाँ विश्व-विख्यात भी हैं"  
Story No-1
ली-ली का बदला…
बहुत समय पहले की बात है, चाइना के किसी गाँव में ली-ली नाम की एक लड़की रहती थी. शादी के बाद वो अपने ससुराल पहुंची, उसके परिवार में सिर्फ वो, उसका पति और उसकी सास थीं.
कुछ दिनों तक सब ठीक चला पर महीना बीतते -बीतते ली-ली और उसकी सास में खटपट होने लगी.
दिन बीतते गए , महीने बीतते गए, पर सास -बहु के समबन्ध सुधरने की बजाये और भी बिगड़ गए. और एक दिन जब नौबत मार-पीट तक पहुचंह गयी तो ली-ली गुस्से में अपने मायके चली गयी. उसने निश्चय किया कि वो किसी भी तरह अपनी सास से बदला लेकर रहेगी, और इसी विचार के साथ वो गाँव के एक वैद्य के पास पहुंची.
" वैद्य जी, मैं अपनी सास से बहुत परेशान हूँ, मेरा किया कुछ भी उसे अच्छा नहीं लगता, हर काम में कमीं निकालना और ताने मारना उसका स्वभाव है , मुझे किसी भी तरह उससे छुटकारा दिला दीजिये बस , ", ली-ली ने क्रोध में अपनी बात कही.
वैद्य बोले, "बेटी, चूँकि तुम्हारे पिताजी मेरे अच्छे मित्र हैं, इसलिए मैं तुम्हारी मदद ज़रूर करूँगा, पर तुम्हे एक बात का ध्यान रखना होगा, मैं जैसा कहूँ ठीक वैसा ही करना, वर्ना मुसीबत में फंस जाओगी "
" मैं बिलकुल वैसा ही करुँगी। ", ली -ली बोली.
वैद्य अन्दर गए और कुछ देर बाद जड़ी -बूटियों का एक डिब्बा लेकर वापस आये, और ली -ली को थमाते हुए बोले - "ली -ली, तुम अपनी सास को मारने के लिए किसी तेज ज़हर का प्रयोग नहीं कर सकती, क्योंकि उससे तुम पकड़ी जाओगी , य़े डिब्बा लो, इसके अन्दर कुछ दुर्लभ जड़ी -बूटियाँ हैं जो धीरे -धीरे इंसान के अन्दर ज़हर पैदा कर देती हैं और 7-8 महीने में उसकी मौत हो जाती है , अब हर रोज तुम अपनी सास के लिए कुछ पकवान बनाना और चुपके से इन्हें उस खाने में मिला देना, और ध्यान रहे इस बीच तुम्हे अपनी सास से अच्छी तरह से पेश आना होगा, उनकी बात माननी होगी, ताकि मौत के बाद किसी का शक तुम पर ना जाये , ज़ाओ अब अपने ससुराल वापस जाओ और अपनी सास के साथ अच्छे से अच्छा व्यवहार करो ,| "
 
			
			
	        Story No-1
ली-ली का बदला…
बहुत समय पहले की बात है, चाइना के किसी गाँव में ली-ली नाम की एक लड़की रहती थी. शादी के बाद वो अपने ससुराल पहुंची, उसके परिवार में सिर्फ वो, उसका पति और उसकी सास थीं.
कुछ दिनों तक सब ठीक चला पर महीना बीतते -बीतते ली-ली और उसकी सास में खटपट होने लगी.
दिन बीतते गए , महीने बीतते गए, पर सास -बहु के समबन्ध सुधरने की बजाये और भी बिगड़ गए. और एक दिन जब नौबत मार-पीट तक पहुचंह गयी तो ली-ली गुस्से में अपने मायके चली गयी. उसने निश्चय किया कि वो किसी भी तरह अपनी सास से बदला लेकर रहेगी, और इसी विचार के साथ वो गाँव के एक वैद्य के पास पहुंची.
" वैद्य जी, मैं अपनी सास से बहुत परेशान हूँ, मेरा किया कुछ भी उसे अच्छा नहीं लगता, हर काम में कमीं निकालना और ताने मारना उसका स्वभाव है , मुझे किसी भी तरह उससे छुटकारा दिला दीजिये बस , ", ली-ली ने क्रोध में अपनी बात कही.
वैद्य बोले, "बेटी, चूँकि तुम्हारे पिताजी मेरे अच्छे मित्र हैं, इसलिए मैं तुम्हारी मदद ज़रूर करूँगा, पर तुम्हे एक बात का ध्यान रखना होगा, मैं जैसा कहूँ ठीक वैसा ही करना, वर्ना मुसीबत में फंस जाओगी "
" मैं बिलकुल वैसा ही करुँगी। ", ली -ली बोली.
वैद्य अन्दर गए और कुछ देर बाद जड़ी -बूटियों का एक डिब्बा लेकर वापस आये, और ली -ली को थमाते हुए बोले - "ली -ली, तुम अपनी सास को मारने के लिए किसी तेज ज़हर का प्रयोग नहीं कर सकती, क्योंकि उससे तुम पकड़ी जाओगी , य़े डिब्बा लो, इसके अन्दर कुछ दुर्लभ जड़ी -बूटियाँ हैं जो धीरे -धीरे इंसान के अन्दर ज़हर पैदा कर देती हैं और 7-8 महीने में उसकी मौत हो जाती है , अब हर रोज तुम अपनी सास के लिए कुछ पकवान बनाना और चुपके से इन्हें उस खाने में मिला देना, और ध्यान रहे इस बीच तुम्हे अपनी सास से अच्छी तरह से पेश आना होगा, उनकी बात माननी होगी, ताकि मौत के बाद किसी का शक तुम पर ना जाये , ज़ाओ अब अपने ससुराल वापस जाओ और अपनी सास के साथ अच्छे से अच्छा व्यवहार करो ,| "
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