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CPCT Hindi Typing Test Shift - 2) 18 Nov. 2017 (Passing Score- 30 wpm, Duration- 15 Minute)
created Apr 9th 2018, 10:34 by Dilip Shah
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आज के युग में दुनिया की बड़ी समस्याओं में से एक है बेरोजगारी एक ऐसा शबद जिसका किसी देश की तरक्की और गिरावट में बड़ा हाथ होता है और कोई देश्ा कितना समृद्ध है ये मापने का एक पैमाना भी भारत में भी बेरोजगारी एक बड़ा विवाद है। जिसका समाधान करने का वादा तो कई सरकारें कर के सत्ता में आती है, लेकिन इसके खिलाफ कोई ठोस कदम मुश्किल से उठा पाती है। अगर मौजूदा स्थिति पर गौर करें तो भारत में बेरोजगारी दर 3.4 प्रतिशत है, और एक बड़ा जन समूह इससे जूझ रहा है। भले हम विज्ञान की दुनिया में हर रोज एक नया आयाम हासिल कर रहे हो, भले हर साल हमारे युनिवर्सिटी से करोड़ों छात्र स्नातक हो रहे हो मगर हकीकत पर नजर डालें तो अपने नागरिकों के शैक्षिक क्षमता का सही इस्तेमाल करने में हम आज भी काफी पीछे हैं, जिसके नतीजतन बड़े पैमाने पर बेरोजगारी को अपने देश में बढ़ावा दे रहे हैं। किसी भी देश में बेराेजगारी तब होती है जब उसके नागरिक किसी रोजगार को करने के लिए योग्य और उपलब्ध तो हो मगर उस रोजगार को पाने में असमर्थ हो। जिसके नतीजतन या तो उन्हें कोई छोटा-मोटा अस्थायी काम कर गुजर-बसर करना पड़ता है, या फिर दर-दर की ठोकर खानी पड़ती है। बेरोजगारी किसी एक बात पर नहीं टिकी होती। इसके कई कारण होते हैं। हमारे देश में जनसंख्या बेरोजगारी के बड़े कारणों में से एक है। अधिक जनसंख्या होने की वजह से योग्यता दर बढ़ जाती है जिसकी वजह से रोजगार के मौके कम हो जाते हैं। हालांकि भारत एक विकासशील देश है और बीते कुछ दशकों में भारत की आर्थिक स्थित काफी हद तक सुधरी है, मगर भारत की जनसंख्या वृद्धि दर और आर्थिक विकास दर की तुलना करें तो दोनों में जमीन-आसमान का फर्क नजर आएगा। जिसकी वजह से रोजगार अवसर होने के बावजूद काफी कम लोगों को रोजगार मिल पाता है। भारत में कृषि एक ऐसा जगत है जहां बेरोजगारों की संख्या सबसे ज्यादा है क्योंकि कृषि मौसम में तो अधिकतर गांव वालों को रोजगार के अवसर मिल जाते हैं, लेकिन जब कृषि मौसम नहीं होती है तो सभी बेराेजगार हो जाते हैं। जिसकी वजह से हमारे ग्रामीण भारत का एक बड़ा हिस्सा शहर की ओर पलायन करने पर मजबूर हो जाता है और फिर शहरों में भी रोजगार के अवसर कम हो जाते हैं। व्यवसाय एक ऐसा जगत है जो किसी भी हिस्से की एक बड़ी जनसंख्या को रोजगार देने में सक्षम होता है, साथ ही कृषि मौसम ना होने के बावजूद लोगों को पलायन से भी रोकता है। लेकिन दुर्भाग्यवश भारत के कई शहर व्यवसाय विकास के कोसों दूर है जिसकी वजह से क्षमता होने के बावजूद लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा।
