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TYPING WORLD SATAI ROAD, CHHATARPUR - Amit Kumar Sahu 7697055315
created Oct 19th 2018, 03:19 by Amit Kumar sahu ( TY
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				    ''त्याग'' व्यक्ति के जीवन को जहाँ उदात्त बनाता है, वहीं सामाजिक जीवन के एक विशिष्ट मूल्य के रूप में व्यवस्थाअों को लोकहितकारी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका प्रस्तुत करता है। राजनीति और त्याग पर आधारित इस प्रेरक प्रसंग में महामंत्री चाणक्य की राष्ट्रभक्ति को चित्रित किया गया है। राज्य के सुख वैभव को छोड़कर महामंत्री चाणक्य का झोपड़ी में रहना जहाँ उनके त्याग का उदाहरण प्रस्तुत करता है, वही सैल्युकस की निजी भेंट के समय राजकोष के तेल से जलने वाले दीपक को बुझाकर निजी कोष के तेल से दूसरा दीपक प्रज्जलित करना उनके राष्ट्रीय सचेतक एवं राजनीति के भोगवादी दृष्टिकोण के निषेद की भूमिका भी प्रस्तुत करता है।  
आचार्य चाणक्य, चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे, चाणक्य प्रतिभाशाली, चरित्रवान, सुस्पष्ट दूररर्शिता एवं राजनीतिक बुद्धिमत्ता वाले व्यक्ति थे। उनकी सूझबुझ के कारण ही चन्द्रगुप्त इस देश में एकछत्र साम्राज्य स्थापित करने में समर्थ हो पाये थे। उन्हीं दिनों की बात है, सीरिया के राजा सैल्यूकस भारत भ्रमण के लिए आये। सैल्यूकस ने चाणक्य की प्रशंसा सुन रखी थी। चन्द्रगुप्त के दरबार में नियुक्त राजदूत मैगस्थनीज भी चाणक्य का प्रशंसक था। मैगस्थनीज के माध्यम से आचार्य चाणक्य से मिलने के लिए सायंकाल का समय निश्चित किया गया था। सूर्यास्त होते ही सम्राट चन्द्रगुप्त अपने विशिष्ट अतिथि सैल्यूकस को लेकर आचार्य से मिलने के लिए चल पड़े। जब तक सैल्यूकस कुटिया पर पहुँचे, तब तक अंधेरा हो चुका था। सैल्यूकस ने सोचा कि इतने बड़े सााम्राज्य के प्रधानमंत्री किसी भव्य और विशाल भवन में रहते होंगे। जीर्ण-शीर्ण कुटिया को देखकर वे हैरान हो गये। चन्द्रगुप्त और सैल्यूकस कुटिया में प्रविष्थ् हुए।
कुटिया के अंदर एक ओर जल का घड़ा रखा था। दूसरे कोने में उपलों और समाधियों का ढेर था। एक चटाई बिछी थी। नमक अदि पीसने के लिए सिल-बट्टा भी रखा था। एक बाँस लटका हुआ था। जिस पर कपड़े रखे हुए थे। एक चौकी, जिस पर पढ़ने-लिखने की सामाग्री थी। पास ही दीपाधार भी रखे हुए थे।
अब आप अपनी स्पीड के बेहतर मूल्याकन के लिए आपको अपने इस टाइपिंग के मैटर को करने में लगा समय और उसका जो रिजल्ट आए उसमें आप देखेंगे कि एक ओर आपकी स्पीड दी होगी अौर उसी के विपरीत ओर ये दिया होगा कि आपको इस टेक्ट को करने में कितना समया लगा और आपने कितनी बार बैक-स्पेस का प्रयोग किया है और कितने बर्ड है जो गलत हैं और कितने वर्ड सही हैं तो आपको अपने सही वर्ड में लगे समय का भाग देकर आप अपनी स्पीड का सही मूल्यांकन कर सकते हैं क्योंकि सीपीसीटी में नेटवर्डपरमिनट (अर्थात जो सही वर्ड हैं) पर टाईपिंग की गणना की जाती हैं।
आप सभी साथियों को दशहरा पर्व की ढेर सारी शुभकामनाए। आपका साथी अमित कुमार साहू 7697055315
			
			
	        आचार्य चाणक्य, चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे, चाणक्य प्रतिभाशाली, चरित्रवान, सुस्पष्ट दूररर्शिता एवं राजनीतिक बुद्धिमत्ता वाले व्यक्ति थे। उनकी सूझबुझ के कारण ही चन्द्रगुप्त इस देश में एकछत्र साम्राज्य स्थापित करने में समर्थ हो पाये थे। उन्हीं दिनों की बात है, सीरिया के राजा सैल्यूकस भारत भ्रमण के लिए आये। सैल्यूकस ने चाणक्य की प्रशंसा सुन रखी थी। चन्द्रगुप्त के दरबार में नियुक्त राजदूत मैगस्थनीज भी चाणक्य का प्रशंसक था। मैगस्थनीज के माध्यम से आचार्य चाणक्य से मिलने के लिए सायंकाल का समय निश्चित किया गया था। सूर्यास्त होते ही सम्राट चन्द्रगुप्त अपने विशिष्ट अतिथि सैल्यूकस को लेकर आचार्य से मिलने के लिए चल पड़े। जब तक सैल्यूकस कुटिया पर पहुँचे, तब तक अंधेरा हो चुका था। सैल्यूकस ने सोचा कि इतने बड़े सााम्राज्य के प्रधानमंत्री किसी भव्य और विशाल भवन में रहते होंगे। जीर्ण-शीर्ण कुटिया को देखकर वे हैरान हो गये। चन्द्रगुप्त और सैल्यूकस कुटिया में प्रविष्थ् हुए।
कुटिया के अंदर एक ओर जल का घड़ा रखा था। दूसरे कोने में उपलों और समाधियों का ढेर था। एक चटाई बिछी थी। नमक अदि पीसने के लिए सिल-बट्टा भी रखा था। एक बाँस लटका हुआ था। जिस पर कपड़े रखे हुए थे। एक चौकी, जिस पर पढ़ने-लिखने की सामाग्री थी। पास ही दीपाधार भी रखे हुए थे।
अब आप अपनी स्पीड के बेहतर मूल्याकन के लिए आपको अपने इस टाइपिंग के मैटर को करने में लगा समय और उसका जो रिजल्ट आए उसमें आप देखेंगे कि एक ओर आपकी स्पीड दी होगी अौर उसी के विपरीत ओर ये दिया होगा कि आपको इस टेक्ट को करने में कितना समया लगा और आपने कितनी बार बैक-स्पेस का प्रयोग किया है और कितने बर्ड है जो गलत हैं और कितने वर्ड सही हैं तो आपको अपने सही वर्ड में लगे समय का भाग देकर आप अपनी स्पीड का सही मूल्यांकन कर सकते हैं क्योंकि सीपीसीटी में नेटवर्डपरमिनट (अर्थात जो सही वर्ड हैं) पर टाईपिंग की गणना की जाती हैं।
आप सभी साथियों को दशहरा पर्व की ढेर सारी शुभकामनाए। आपका साथी अमित कुमार साहू 7697055315
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