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BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || CPCT_Admission_Open {संचालक-बुद्ध अकादमी टीकमगढ़}
created Jul 11th 2019, 09:56 by VivekSen1328209
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लोकसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की ओर से दी गई यह जानकारी संतोष प्रदान करने वाली है कि पाकिस्तान से होने वाली घुसपैठ में कमी आई है। उनके अनुसार बीते छह माह में सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ में कमी आने के साथ ही जम्मू-कश्मीर के हालात भी सुधरते दिख रहे है। घुसपैठ के साथ उसके प्रयासों में भी कमी दर्ज होना यह बताता है कि आतंकियों का दुस्साहस पस्त पड़ा है। नि:संदेह इसकी एक बड़ी वजह बालाकोट में भारतीय वायुसेना की ओर से की गई एयर स्ट्राइक रही। इस एयर स्ट्राइक ने पाकिस्तान के होश ठिकाने लगाने का काम किया, इसका प्रमाण इससे भी मिलता है कि नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में कमी देखने को मिल रही है।
यह भी उल्लेखनीय है कि कश्मीरियों के बंदूक उठाने यानी आतंक के रास्ते पर जाने का सिलसिला भी कुछ धीमा पड़ा है। इस सबसे बावजूद चैन से नहीं बैठा जा सकता और न ही यह माना जा सकता है कि पाकिस्तान नए सिरे से कश्मीर को अशांत करने की कोशिश नहीं करेगा। चूंकि आसार इसी के है कि वह आसानी से अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला इसलिए उस पर दबाव बनाए रखा जाना चाहिए। इसके लिए न केवल सीमा पर सतर्कता दिखाने की जरूरत है, बल्कि पाकिस्तान को यह संदेश देने की भी कि अगर उसने कश्मीर में हस्तक्षेप किया तो बालाकोट दोहराया भी जा सकता है। वास्तव में पाकिस्तान पर तब तक भरोसा नहीं किया जा सकता जब तक वह भारत के लिए खतरा बने आतंकी संगठनों को पालने-पोसने की अपनी नीति का परित्याग नहीं करता।
यह भी उल्लेखनीय है कि कश्मीरियों के बंदूक उठाने यानी आतंक के रास्ते पर जाने का सिलसिला भी कुछ धीमा पड़ा है। इस सबसे बावजूद चैन से नहीं बैठा जा सकता और न ही यह माना जा सकता है कि पाकिस्तान नए सिरे से कश्मीर को अशांत करने की कोशिश नहीं करेगा। चूंकि आसार इसी के है कि वह आसानी से अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला इसलिए उस पर दबाव बनाए रखा जाना चाहिए। इसके लिए न केवल सीमा पर सतर्कता दिखाने की जरूरत है, बल्कि पाकिस्तान को यह संदेश देने की भी कि अगर उसने कश्मीर में हस्तक्षेप किया तो बालाकोट दोहराया भी जा सकता है। वास्तव में पाकिस्तान पर तब तक भरोसा नहीं किया जा सकता जब तक वह भारत के लिए खतरा बने आतंकी संगठनों को पालने-पोसने की अपनी नीति का परित्याग नहीं करता।
