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बंसोड टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा, छिन्दवाड़ा मो.न.8982805777 सीपीसीटी न्यू बैच प्रांरभ
created Aug 24th 2019, 09:45 by sachinbansod1609336
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यह पहला मौका है जब महिला क्रिकेट को कॉमनवेल्थ गेम्स में जगह दी जा रही है। टी-20 महिला क्रिकेट 2022 में होने वाले कॉमनवेल्थ में मेडल स्पार्ट्स होगा। आमतौर पर कॉमनवेल्थ में पहली बार किसी खेल के शामिल होने पर सिर्फ परमॉर्मेंस गेम होता है और मेडल नहीं दिया जाता। जबकि क्रिकेट को पहली और इकलौती बार 1998 कॉमनवेल्थ में जगह दी गई थी। वह भी मेडल गेम था। 50 ओवर के इस मैच को दक्षिण अफ्रीका ने क्वालालांपुर में जीता था। महिला क्रिकेट के लिए ये किसी शानदार आगाज से कम नहीं, ये तब और ज्याुदा प्रासंगिक हो जाता है जब कॉमनवेल्थ में फिलहाल पुरूषों का क्रिकेट शामिल नहीं है। लॉस एंजिलिस में 2028 में होने वाले ओलिंपिक में भी क्रिकेट को लाने की कवायद जारी है, जबकि आखिरी बार ओलिंपिक में क्रिकेट 1900 में ब्रिटेन और फ्रांस यानी दो टीमों के साथ शामिल हुआ था। वैसे भारत में क्रिकेट को ओलिंपिक में शामिल करने के कम पक्षधर हैं। इसका कारण है कि यदि क्रिकेट ओलिंपिक में आता है तो बीसीसीआई को इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के अधीन में काम करना होगा। जो शायद बीसीसीआई के लोगों को नागवार है। लेकिन क्या सचमुच क्रिकेट को ओलिंपिक में लाने से उसका ओहदा बढ़ेगा और क्रिकेट को ज्यादा फैन्स मिलेंगे? हमारे देश में क्रिकेट की दीवानगी ओलिंपिक गेम से ज्यादा है। इसलिए ग्रोथ के लिए इसे ओलिंपिक तक ले जाने की जरूरत भारत में तो नहीं है। भारत तो वह देश है जिसने कई बार एशियन गेम्स में क्रिकेट टीम भेजने तक से इंकार कर दिया था।
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