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BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || CPCT_Admission_Open
created Dec 10th 2019, 11:12 by Buddha academy
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आज कॉलेज का आखिरी दिन था सभी लड़के अपने घर जाने को तैयार थे जब सभी लड़के कॉलेज से बाहर निकले तो उन्होंने एक भिखारी को खड़ा हुआ देखा उसे देखकर कुछ लड़कों ने अनदेखा कर दिया और उनमें से दो लड़के उसके पास गए और कहने लगे कि आप यहां क्या कर रहे हैं हमने आपको पहले कभी नहीं देखा।
भिखारी ने कहा मैं भीख मांगता हूं और आज इधर की तरफ आ गया हूं मुझे कुछ खाने को दे दीजिए बहुत भूख लगी और मेरी तबीयत भी खराब है उनमें से एक लड़का बोला कि हमें इसकी ओर ध्यान नहीं देना चाहिए हमें अपने काम से मतलब रखना चाहिए और अब तो देर हो रही है हमें अपने घर चलना चाहिए दूसरा लड़का बोला कि हमें इसकी मदद करनी चाहिए हो सकता है इसकी तबीयत वाकई में खराब हो और हमें कुछ खाने को दे देना चाहिए।
लेकिन उसका दोस्त इस बात को मानने को तैयार नहीं था। वह कहने लगा कि अगर तुम्हें कुछ देना हो तो दे दो मेरे पास तो कुछ है ही नहीं क्योंकि यह भिखारी तो बहुत सारे हैं कहां-कहां तक हम दे पाएंगे वह भिखारी बोला कि मुझे बहुत भूख लगी है मैंने दो दिन से कुछ भी नहीं खाया है उसके दोस्त ने कुछ पैसे देकर उसकी मदद कर दी और आगे चल दिया।
तभी उसके दोस्त ने पूछा कि तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था हमें उसकी मदद करने से क्या फायदा होगा तभी उसका दोस्त बोला कि हर काम फायदे के लिए नहीं किया जाता यह जरूरी नहीं है कि हमें अपने जीवन में वही काम करने चाहिए जिनमें हमारा फायदा हो। अगर हम सभी काम फायदे की नजर से देखेंगे तो कोई भी काम जीवन में सफल नहीं होगा।
भिखारी ने कहा मैं भीख मांगता हूं और आज इधर की तरफ आ गया हूं मुझे कुछ खाने को दे दीजिए बहुत भूख लगी और मेरी तबीयत भी खराब है उनमें से एक लड़का बोला कि हमें इसकी ओर ध्यान नहीं देना चाहिए हमें अपने काम से मतलब रखना चाहिए और अब तो देर हो रही है हमें अपने घर चलना चाहिए दूसरा लड़का बोला कि हमें इसकी मदद करनी चाहिए हो सकता है इसकी तबीयत वाकई में खराब हो और हमें कुछ खाने को दे देना चाहिए।
लेकिन उसका दोस्त इस बात को मानने को तैयार नहीं था। वह कहने लगा कि अगर तुम्हें कुछ देना हो तो दे दो मेरे पास तो कुछ है ही नहीं क्योंकि यह भिखारी तो बहुत सारे हैं कहां-कहां तक हम दे पाएंगे वह भिखारी बोला कि मुझे बहुत भूख लगी है मैंने दो दिन से कुछ भी नहीं खाया है उसके दोस्त ने कुछ पैसे देकर उसकी मदद कर दी और आगे चल दिया।
तभी उसके दोस्त ने पूछा कि तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था हमें उसकी मदद करने से क्या फायदा होगा तभी उसका दोस्त बोला कि हर काम फायदे के लिए नहीं किया जाता यह जरूरी नहीं है कि हमें अपने जीवन में वही काम करने चाहिए जिनमें हमारा फायदा हो। अगर हम सभी काम फायदे की नजर से देखेंगे तो कोई भी काम जीवन में सफल नहीं होगा।
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