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BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || ༺•|✤आपकी सफलता हमारा ध्येय✤|•༻ {सुबोध खरे-संचालक बुद्ध अकादमी टीकमगढ़}
created Feb 14th 2020, 05:52 by ddayal2004
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जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए हमले ने देश को थर्रा दिया था। एक साल पहले के इस दिन का इतिहास जम्मू-कश्मीर की एक बड़ी दुखद घटना के रूप में दर्ज है, पुलवामा हमला एक ऐसी हृदय विदारक घटना थी जिसने पूरे देश को शोक संतप्त किया और कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवाद की दुनिया के सभी देशों ने कड़ी आलोचना की पुलवामा हमला एक ऐसी घटना भी है जिसके बाद देश एक बड़े बदलाव की राह पर आगे बढ़ गया। इस हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पाकिस्तान को सबक सिखाने वाली इस कार्रवाई के बाद कश्मीर में पाकिस्तान की दखल पूरी तरह रोकने, अलगाववाद पर काबू पाने और आतंक की जड़ों पर प्रहार करने के लिए केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करते हुए आर्टिकल 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त कर दिए इसके अलावा जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में बांट दिया वैसे तो 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे यानी कि प्रेम दिवस मनाया जाता है, लेकिन पिछले साल आतंकियों ने अपने नापाक इरादे पूरे करने के लिए यही दिन चुना जब देश के शहरों में वैलेंटाइन डे मनाया जा रहा था तब पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमला किया। कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी इसमें चालीस जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह आत्मघाती हमला सुरक्षाबलों पर अब तक यह सबसे बड़ा आतंकी हमला था। आतंकवादियों को सबक सिखने की बात करने वाली मोदी सरकार के लिए चुनाव से पहले यह घटना बहुत बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई विपक्षी दलों ने सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिये, इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी विपक्ष के निशाने पर थे और मोदी सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर आ चुकी थी। हालांकि इस घटना के तुरंत बाद केंद्र सरकार की ओर से संकेत दे दिए गए थे कि भारत की ओर से सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
लोकसभा चुनाव से पहले पुलवामा हमला एक बड़ा मुद्दा बन चुका था। पूरे देश में पाकिस्तान को सबक सिखाने की आवाज उठ रही थी इसी बीच 26 फरवरी को खबर आई कि रात तीन बजे भारतीय वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में सौ किलोमीटर घुसकर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर एक हजार किलो के बम गिराए। ऑपरेशन बालाकोट में एयरफोर्स के बारह मिराज फाइटर प्लेनों का इस्तेमाल किया गया था, इस हमले में जैश के कैंपों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया भारतीय वायुसेना की इस खबर के आने के बाद सरकार की ओर से पीएम मोदी को एक सशक्त नेता की तौर पर पेश किया जाने लगा भारतीय वायुसेना की कार्रवाई से पूरे देश में राष्ट्रवाद का उफान आ गया।
यह आत्मघाती हमला सुरक्षाबलों पर अब तक यह सबसे बड़ा आतंकी हमला था। आतंकवादियों को सबक सिखने की बात करने वाली मोदी सरकार के लिए चुनाव से पहले यह घटना बहुत बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई विपक्षी दलों ने सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिये, इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी विपक्ष के निशाने पर थे और मोदी सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर आ चुकी थी। हालांकि इस घटना के तुरंत बाद केंद्र सरकार की ओर से संकेत दे दिए गए थे कि भारत की ओर से सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
लोकसभा चुनाव से पहले पुलवामा हमला एक बड़ा मुद्दा बन चुका था। पूरे देश में पाकिस्तान को सबक सिखाने की आवाज उठ रही थी इसी बीच 26 फरवरी को खबर आई कि रात तीन बजे भारतीय वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में सौ किलोमीटर घुसकर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर एक हजार किलो के बम गिराए। ऑपरेशन बालाकोट में एयरफोर्स के बारह मिराज फाइटर प्लेनों का इस्तेमाल किया गया था, इस हमले में जैश के कैंपों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया भारतीय वायुसेना की इस खबर के आने के बाद सरकार की ओर से पीएम मोदी को एक सशक्त नेता की तौर पर पेश किया जाने लगा भारतीय वायुसेना की कार्रवाई से पूरे देश में राष्ट्रवाद का उफान आ गया।
