Text Practice Mode
साँई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0 संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565
created Jan 11th 2023, 04:55 by rajni shrivatri
2
349 words
15 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
saving score / loading statistics ...
00:00
देश के स्वच्छतम् शहर इंदौर में आज से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 शुरू हो रहा है। ये दो दिन प्रदेश के विकास का नया अध्याय रचेंगे। थीम 'फ्यूचर रेडी मध्यप्रदेश' रखी गई है, क्योंकि प्रदेश चहुंमुखी विकास करते हुए तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह कार्बन न्यूट्रल और जीरो वेस्ट इवेंट है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान और कार्बन उत्सर्जन कम करने के आह्वान को गति देने का प्रयास है। देश विकास की नई ऊंचाइयां छू रहा है तो प्रदेश में निवेश के लिए संभावनाएं विकसित हुई हैं।
समिट में 80 से अधिक देशों, भारत के प्रतिष्ठित और कर्मशील उद्योग समूहों के लगभग 5 हजार उद्योगपति, औद्योगिक संस्थानों के सीईओ, उद्योग प्रतिनिधि और निवेशक शामिल हो रहे हैं। इस दौरान उद्योग स्थापित करने की बेहतर व्यवस्था, प्रदेश की उद्योग मित्र नीतियां, निवेश के साझा प्रयास और आयात-निर्यात की क्षमता बढ़ाने के लिए देश-दुनिया के उद्योगपतियों तथा निवेशकों के साथ विचार-विमर्श होगा। इसमें शामिल अतिथियों और निवेशकों से व्यक्तिगत और प्रत्यक्ष चर्चा करने का प्रयास करूंगा। समिट से मिलने वाले परिणामों से टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट्स, फार्मास्यूटिकल, ऑटोमोबाइल, आइटी, ऊर्जा, पर्यटन, कृषि, ग्रामोद्योग, खाद्य प्रसंस्करण और रियल स्टेट जैसे क्षेत्रों में निवेश आने की संभावना प्रबल होगी।
राज्य नए निवेश से समृद्धि और रोजगार वृद्धि के लिए प्रयास कर रहा है। देश की जीडीपी में हमारा योगदान 3.4 प्रतिशत से बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गया है। विकास दर 19.74 प्रतिशत और जीएसडीपी 11.5 लाख करोड़ रुपए है। पीएम मोदी के वर्ष 2026 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प में मध्यप्रदेश 550 बिलियन डॉलर से अधिक का योगदान देने को संकल्पित है।
मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए 1 लाख 20 हजार एकड़ से अधिक लैंड बैंक उपलब्ध है। उद्योगों के लिए 24 घंटे बिजली दी जा रही है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रदेश में 3 लाख किमी से अधिक सड़कों का जाल बिछाया गया है। प्रदेश 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' की रेटिंग में अचीवर्स की श्रेणी में शामिल है। श्रम कानून में आवश्यक सुधार किए हैं। दक्ष मानव संसाधन की सहज उपलब्धता है। सिंगल विन्डो सिस्टम से उद्योग स्थापना संबंधी प्रक्रिया में सरलता आई है।
समिट में 80 से अधिक देशों, भारत के प्रतिष्ठित और कर्मशील उद्योग समूहों के लगभग 5 हजार उद्योगपति, औद्योगिक संस्थानों के सीईओ, उद्योग प्रतिनिधि और निवेशक शामिल हो रहे हैं। इस दौरान उद्योग स्थापित करने की बेहतर व्यवस्था, प्रदेश की उद्योग मित्र नीतियां, निवेश के साझा प्रयास और आयात-निर्यात की क्षमता बढ़ाने के लिए देश-दुनिया के उद्योगपतियों तथा निवेशकों के साथ विचार-विमर्श होगा। इसमें शामिल अतिथियों और निवेशकों से व्यक्तिगत और प्रत्यक्ष चर्चा करने का प्रयास करूंगा। समिट से मिलने वाले परिणामों से टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट्स, फार्मास्यूटिकल, ऑटोमोबाइल, आइटी, ऊर्जा, पर्यटन, कृषि, ग्रामोद्योग, खाद्य प्रसंस्करण और रियल स्टेट जैसे क्षेत्रों में निवेश आने की संभावना प्रबल होगी।
राज्य नए निवेश से समृद्धि और रोजगार वृद्धि के लिए प्रयास कर रहा है। देश की जीडीपी में हमारा योगदान 3.4 प्रतिशत से बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गया है। विकास दर 19.74 प्रतिशत और जीएसडीपी 11.5 लाख करोड़ रुपए है। पीएम मोदी के वर्ष 2026 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प में मध्यप्रदेश 550 बिलियन डॉलर से अधिक का योगदान देने को संकल्पित है।
मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए 1 लाख 20 हजार एकड़ से अधिक लैंड बैंक उपलब्ध है। उद्योगों के लिए 24 घंटे बिजली दी जा रही है। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रदेश में 3 लाख किमी से अधिक सड़कों का जाल बिछाया गया है। प्रदेश 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' की रेटिंग में अचीवर्स की श्रेणी में शामिल है। श्रम कानून में आवश्यक सुधार किए हैं। दक्ष मानव संसाधन की सहज उपलब्धता है। सिंगल विन्डो सिस्टम से उद्योग स्थापना संबंधी प्रक्रिया में सरलता आई है।
