Text Practice Mode
साँई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा (म0प्र0) संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565
created Tuesday June 24, 06:35 by lucky shrivatri
4
547 words
180 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
saving score / loading statistics ...
00:00
वसंत ऋतु हम सभी को आनंद देने वाली होती है। भारत में वसंत ऋतु अप्रैल और मई के महीने में आती है। यह शरद के तीन महीनों के लंबे समय के बाद आती है। जिसमें लोगों को सरदी और ठंड से राहत मिलती है। वसंत ऋतु में तापमान में नमी आ जाती है और सभी जगह हरे भरे पेडों और फूलों के कारण चारों तरफ हरियाली और रंगीन दिखाई देता है। वसंत ऋतु के आगमन पर सब लोग वसंत पंचमी में खुशियां मनाते हैं। वसंत के आने पर शरद का अंत होता है और सब जगह खुशहाली छा जाती है। भारत में वसंत सुहावना मौसम माना जाता है। कूदरत में सब कुछ सक्रिय होता है और धरती पर हम नए जीवन को महसूस करते है। वसंत ऋतु शरद के तीन महीने के लंबे अंतराल के बाद बहुत सी खुशियां और जीवन में राहत लाती है। वसंत ऋतु शरद के मौसम के बाद और गरमियों के मौसम से पहले अप्रैल और मई के महीने में आती है। वसंत ऋतु का आगमन सभी देशों में अलग अलग होने के साथ ही तापमान भी अलग अलग देशों में अलग अलग होता है। कोयल पक्षी गाना गाना शुरू कर देती है और सभी आम खाने का आनंद लेते है। कुदरत में सभी जगह फूलों की खुशबु और रोमांच से भरी हुई होती हैं। इस मौसम में फूल खिलना शुरू कर देते है पेड़ों पर नए कोंपल आते हैं आसमान पर बादल छाए रहते हैं। कल कल करती हुई नदियां बहती है। हम कह सकते हैं कि कुदरत आनंद के साथ घोषणा करती है कि वसंत आ गया है अब यह उठने का समय है। इस मौसम की सुंदरता चारों और की खुशियां हमें आंतरिक रूप से खुशहाल करती है। सुबह में पक्षियों की आवाज और रात में चांद की चांदनी और दोनों ही बहुत सुहावने और ठंडे और शांत हो जाते हैं। आसमान एकदम साफ दिखता है और हवा बहुत ही ठंडी और तरोताजा करने वाली होती है। यह किसानों के लिए बहुत अहम मौसम होता है इसलिये कि उनकी फसलें खेतों में पकने लगती हैं और यह समय फसल काटने का होता है। बसंत के आगमन पर किसान नई फसलों के पकने का इंतजार करने लगते है। सरसों के पीले पाीले फूल खिल खिला कर खुशी जताते हैं। सरोवरों में कमल के फूल खिल कर इस तरह पानी को छिपा लेते हैं जैसे इंसानों को संकेत देते हैं की अपने सारे दुखों को समेट कर खुल के जिंदगी का आनंद लो। आसमान में पक्षी किलकारियां मारकर बसंत का अभिवादन करते हैं। लोग इस मौसम की सुंदरता और थोड़ी शांति के कारण इसके बहुुत शौकीन होते हैं। यह साल के सभी मौसमों की रानी होती है और इसे कवियों का सबसे पंसदीदा मौसम माना जाता है। यह शरद मौसम के बाद में और गरमियों के मौसम से पहले आती है। वंसत के आगमन पर धरती पर सब कुछ मनमोहक और लुभावना लगता है। सभी नई कोपलों के रूप में कली पाते हैं और फूल महकना शुरू कर देते है। पक्षी पौधे के शाखाओं पर नाचना और गाना शुरू कर देते है। आसमान बादलों के बिना एकदम साफ और नीला होता है। मैदान हरी भरी घास से भरे होते हैं और आस पास बाकी बहुत से बदलाव दिखाई देते हे। इस प्रकार यह बहुत सी खुशियां और आनंद लाता है।
