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श्री बागेश्वर अकेडमी टीकमगढ़ (म.प्र) मों-6232538946 dca, pgdca, cpct (pushpa school ke samne tikamgarh (m.p)
created Sep 9th, 04:58 by Nitin tkg
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एक गांव में एक लड़का रहता था नाम था राजू वह गरीब परिवार से था,लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। राजू हमेशा कहा करता था एक दिन मैं कुछ बड़ा करूंगा। लोग उसका मजाक उड़ाते थे, तेरे जैसे गरीब लड़के के सपने नहीं होते केवल जरूरते होती है। राजू को पढ़ाई बहुत पसंद थी। लेकिन उसके पास किताबे नहीं थीं वह दूसरों से पुरानी किताबे मांगकर पढ़ता था। रात को दीपक की रोशनी में, जब बाकी बच्चे खेलते या सोते थे। वह हर दिन थोड़ा-थोड़ा पढ़ता, और हर दिन अपने सपनों के थोड़ा और करीब पहुंचता। एक दिन गांव में एक दिन गांव मे एक प्रतियोगिता हुई। एक शैक्षिक परीक्षा जिसमें पूरे जिले के बच्चे भाग लेने वाले थे। राजू ने भी हिस्सा लिया। लोग हंसने लगे अरे ये तो जाएगा और लौटकर आएगा भी नहीं। लेकिन परिणाम आया राजू पूरे जिले प्रथम आया। अब वही लोग जो उसका मजाक उड़ा रहे थे। राजू को एक स्कॉलरशिप मिली और वह शहर जाकर पढ़ने लगा। सालों बाद वह बड़ा वैज्ञानिक बना और अपने गांव का नाम रोशन किया।
जब उससे पूछा। गया कि उसने ये सब कैसे किया। तो उसने मुस्कुराकर कहा मैंने बड़े सपने नहीं देखे बस हर दिन एक छोृटा कदम उठाया, और हर कदम मुझे मेरी मंजिल के करीब लाता गया।
जब उससे पूछा। गया कि उसने ये सब कैसे किया। तो उसने मुस्कुराकर कहा मैंने बड़े सपने नहीं देखे बस हर दिन एक छोृटा कदम उठाया, और हर कदम मुझे मेरी मंजिल के करीब लाता गया।
