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BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || ༺•|✤ दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ✤|•༻
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भारत का एक प्रमुख एवं अत्यंत पावन पर्व है, जिसे पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और इसका विशेष धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक महत्व है। दीपावली को प्रकाश का त्योहार कहा जाता है क्योंकि इस दिन लोग दीपक और रंग-बिरंगी लाइटों से अपने घरों, दुकानों और गलियों को सजाते हैं। दीपावली का पर्व अंधकार पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की, और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीरामचंद्र जी चौदह वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे और उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने दीप जलाए थे। तभी से यह परंपरा चली आ रही है। दीपावली के दिन लक्ष्मी माता और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। लक्ष्मी माता को धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी माना जाता है, जबकि गणेश जी को विघ्नहर्ता और शुभता का प्रतीक माना जाता है। इस दिन घर की सफाई करके उसे स्वच्छ और सुंदर बनाया जाता है, जिससे ऐसा माना जाता है कि लक्ष्मी माता का आगमन होता है।
दीपावली केवल एक दिन का पर्व नहीं है, बल्कि यह पांच दिनों तक चलने वाला उत्सव है, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और समाप्ति भाई दूज पर होती है। धनतेरस के दिन लोग नए बर्तन, आभूषण या वाहन खरीदते हैं, जिसे शुभ माना जाता है। इसके बाद नरक चतुर्दशी या छोटी दीपावली आती है, फिर मुख्य दीपावली का दिन होता है। चौथे दिन गोवर्धन पूजा और अंत में भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, जिसमें भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का उत्सव होता है। दीपावली के दिन लोग नए वस्त्र पहनते हैं, मिठाइयां बांटते हैं, पटाखे जलाते हैं और एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। यह पर्व सामाजिक एकता और प्रेम का संदेश देता है। व्यापारियों के लिए भी यह विशेष महत्व रखता है, क्योंकि वे इस दिन अपने बहीखाते की पूजा करते हैं और नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत मानते हैं।
अंतत: दीपावली भारतीय संस्कृति, परंपरा और मूल्यों का जीवंत प्रतीक है। यह पर्व हमें सिखाता है कि चाहे जीवन में कितनी भी अंधकारमय स्थितियां क्यों न हों, सत्य, प्रेम और उम्मीद के दीप जलाकर उन्हें दूर किया जा सकता है। इसलिए आइए, इस दीपावली पर हम सभी संकल्प लें कि हम अपने जीवन में सकारात्मकता, सदाचार और प्रकाश फैलाएंगे। बुद्ध अकामदी टीकमगढ़ की ओर से आप सभी को दीपावली का हार्दिक शुभकामनाएं, दीपावली का यह पावन त्योहार आपके जीवन में सफलता की रोशनी लाए।
दीपावली केवल एक दिन का पर्व नहीं है, बल्कि यह पांच दिनों तक चलने वाला उत्सव है, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और समाप्ति भाई दूज पर होती है। धनतेरस के दिन लोग नए बर्तन, आभूषण या वाहन खरीदते हैं, जिसे शुभ माना जाता है। इसके बाद नरक चतुर्दशी या छोटी दीपावली आती है, फिर मुख्य दीपावली का दिन होता है। चौथे दिन गोवर्धन पूजा और अंत में भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, जिसमें भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का उत्सव होता है। दीपावली के दिन लोग नए वस्त्र पहनते हैं, मिठाइयां बांटते हैं, पटाखे जलाते हैं और एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। यह पर्व सामाजिक एकता और प्रेम का संदेश देता है। व्यापारियों के लिए भी यह विशेष महत्व रखता है, क्योंकि वे इस दिन अपने बहीखाते की पूजा करते हैं और नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत मानते हैं।
अंतत: दीपावली भारतीय संस्कृति, परंपरा और मूल्यों का जीवंत प्रतीक है। यह पर्व हमें सिखाता है कि चाहे जीवन में कितनी भी अंधकारमय स्थितियां क्यों न हों, सत्य, प्रेम और उम्मीद के दीप जलाकर उन्हें दूर किया जा सकता है। इसलिए आइए, इस दीपावली पर हम सभी संकल्प लें कि हम अपने जीवन में सकारात्मकता, सदाचार और प्रकाश फैलाएंगे। बुद्ध अकामदी टीकमगढ़ की ओर से आप सभी को दीपावली का हार्दिक शुभकामनाएं, दीपावली का यह पावन त्योहार आपके जीवन में सफलता की रोशनी लाए।
